माता से बढ़कर नही गुरूवर कोई होय
जन्माष्टमी
**********
सलोने लाल को कान्हा जैसा मैंने बनाया है
उन्हीं की रूप सज़्ज़ा से उसे मैंने सजाया है
खिलाया हाथ से अपने बहुत ही प्यार से माखन
यशोदा देवकी से कम नहीं तब खुद को पाया है
डॉ अर्चना गुप्ता
शिक्षक दिवस
*************
माता से बढ़कर नही गुरूवर कोई होय
गुरु का मान करें सदा, संस्कार वो बोय ।
बचपन में जिसको मिले माँ से अच्छी सीख
उसको फिर संसार में हरा सके कब कोय
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद(उ प्र)