जिन्दगी है की अब सम्हाली ही नहीं जाती है ।
Buddha Prakash
मेरी धड़कन जूलियट और तेरा दिल रोमियो हो जाएगा
Krishan Singh
ख़ूब समझते हैं ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
# बोरे बासी दिवस /मजदूर दिवस....
Chinta netam " मन "
अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*माँ छिन्नमस्तिका 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
【21】 *!* क्या आप चंदन हैं ? *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
नात،،सारी दुनिया के गमों से मुज्तरिब दिल हो गया।
Dr.SAGHEER AHMAD SIDDIQUI
यादों की भूलभुलैया में
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
स्याह रात ने पंख फैलाए, घनघोर अँधेरा काफी है।
Manisha Manjari