Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2022 · 1 min read

माँ का एहसास

कृपा तेरी है माँ ,
माँ मै सोया न अब तक,
नींद न आई मुझे वैसे,
बचपन में तू ने जब सुलाया,
गा गा कर मीठी-मीठी लोरी,
भुला अपने सारे दुःख को,
देख के मुख तेरा आँखों से,
आँखों में प्यार जो दिखता,
वैसा प्यार नहीं कहीं और जग में,
शरारतें भी तुझको लगती अच्छी,
कहती न कुछ सिर्फ ख्याल रखती,
एक-एक दृश्य इस जग का,
देखना मुझे तुम सिखाती,
जन्म से भी पहले माँ तुम,
एहसास मुझे तुम कराती,
छाँव में तेरे अब मैं आया,
सुकून से सुला दो माँ ,
गा दो लोरी वो फिर से,
खो जाऊँ सपनो की उस जहाँ में,
देख के तुम मुझे मुस्कुराती,
माँ तेरे प्यार के अटूट बंधन में बँध जाऊँ ।

रचनाकार ✍🏼✍🏼
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा ,
हमीरपुर।

3 Likes · 161 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Buddha Prakash

You may also like:
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
क्या कहते स्वर व्यंजन सारे
क्या कहते स्वर व्यंजन सारे
Satish Srijan
Wakt ke pahredar
Wakt ke pahredar
Sakshi Tripathi
काट  रहे  सब  पेड़   नहीं  यह, सोच  रहे  परिणाम भयावह।
काट रहे सब पेड़ नहीं यह, सोच रहे परिणाम भयावह।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
I knew..
I knew..
Vandana maurya
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
Aadarsh Dubey
सधे कदम
सधे कदम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भूला नहीं हूँ मैं अभी
भूला नहीं हूँ मैं अभी
gurudeenverma198
किंकर्तव्यविमुढ़
किंकर्तव्यविमुढ़
पूनम झा 'प्रथमा'
2318.पूर्णिका
2318.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
गुमनाम शायरी
गुमनाम शायरी
Shekhar Chandra Mitra
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
गुप्तरत्न
सृष्टि रचेता
सृष्टि रचेता
RAKESH RAKESH
वो तुम्हीं तो हो
वो तुम्हीं तो हो
Dr fauzia Naseem shad
*लिख दी रामायण अनूठी वाल्मीकि जी ने (घनाक्षरी)*
*लिख दी रामायण अनूठी वाल्मीकि जी ने (घनाक्षरी)*
Ravi Prakash
/// जीवन ///
/// जीवन ///
जगदीश लववंशी
सुना है सपने सच होते हैं।
सुना है सपने सच होते हैं।
Shyam Pandey
बुद्ध धम्म हमारा।
बुद्ध धम्म हमारा।
Buddha Prakash
💐अज्ञात के प्रति-87💐
💐अज्ञात के प्रति-87💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
Dr Archana Gupta
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्यार नहीं दे पाऊँगा
प्यार नहीं दे पाऊँगा
Kaushal Kumar Pandey आस
नियत समय संचालित होते...
नियत समय संचालित होते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रेत बाधा एव वास्तु -ज्योतिषीय शोध लेख
प्रेत बाधा एव वास्तु -ज्योतिषीय शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
■ जिंदगी खुद ख्वाब
■ जिंदगी खुद ख्वाब
*Author प्रणय प्रभात*
"कहाँ नहीं है राख?"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा यार
मेरा यार
rkchaudhary2012
घायल तुझे नींद आये न आये
घायल तुझे नींद आये न आये
Ravi Ghayal
सिर की सफेदी
सिर की सफेदी
Khajan Singh Nain
Loading...