भोर
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भोर
देखो तो यहां पसरा अंधेरा घनघोर है।
कष्टों की कालिमा का चहुं ओर शोर है।
सुदूर गगन में काले दर्द को काटती लालिमा,
लगता है आ रही हो ईश्वरीय नई भोर हैll
– ओमप्रकाश भार्गव पिपरिया
भोर
देखो तो यहां पसरा अंधेरा घनघोर है।
कष्टों की कालिमा का चहुं ओर शोर है।
सुदूर गगन में काले दर्द को काटती लालिमा,
लगता है आ रही हो ईश्वरीय नई भोर हैll
– ओमप्रकाश भार्गव पिपरिया