बेटी
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घर में उजियारा करे, बेटी जैसे धूप
माँ की ही छाया लगे, माँ का लेकर रूप
माँ का लेकर रूप, लगे है सबको प्यारी
पाती भी है लाड़, पिता की राजकुमारी
कहे ‘अर्चना’ बात, धुरी रिश्तों की बनकर
घर हो या ससुराल बनाती ये घर को घर
25-06-2023
डॉ अर्चना गुप्ता