Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2023 · 1 min read

बुद्ध भक्त सुदत्त

सुदत्त नाम का एक व्यपारी,
धन दौलत से था संपन्न,
श्रावस्ती में गूँजति उसकी शोहरत,
सुदत्त से बन गया अनाथपिंडिका,
बुद्ध भक्त श्रेष्ठ।

बुद्ध की कीर्ति सर्वत्र् थी न्यारी,
जो सुनता था उपदेश बुद्ध का,
बुद्ध की करुणा हृदय में थी बसती ऐसे,
सुदत्त से बन गया अनाथपिंडिका ,
बुद्ध भक्त श्रेष्ठ।

राजगृह में व्यापार के भ्रमण पर,
अवगत् हुआ बुद्ध के आगमन का,
सुनने उपदेश निकट पहुँचा वह सेठ,
सुदत्त से बन गया अनाथपिंडिका ,
बुद्ध भक्त श्रेष्ठ।

कोशल नरेश जेत से क्रय किया भूमि शेष,
बिछा दिया भूमि पर मुद्राएं अनगिनत,
लुटा दिया प्रेम हृदय के खजाने का ढ़ेर ।
सुदत्त से बन गया अनाथपिंडिका ,
बुद्ध भक्त श्रेष्ठ।

किया जेतवन तथागत् बुद्ध को भेंंट,
जेतवन बिहार बना बुद्ध का धाम,
था महान सुदत्त ने किया जो दान,
सुदत्त से बन गया अनाथपिंडिका ,
बुद्ध भक्त श्रेष्ठ।

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

3 Likes · 1 Comment · 13 Views

Books from Buddha Prakash

You may also like:
💐 मेरी तलाश💐
💐 मेरी तलाश💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*लोकसभा की दर्शक-दीर्घा में एक दिन: 8 जुलाई 1977*
*लोकसभा की दर्शक-दीर्घा में एक दिन: 8 जुलाई 1977*
Ravi Prakash
सौंदर्य
सौंदर्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
Charu Mitra
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
Ranjana Verma
भूले बिसरे दिन
भूले बिसरे दिन
Pratibha Kumari
मांँ की सीरत
मांँ की सीरत
Buddha Prakash
अभागीन ममता
अभागीन ममता
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेटियां
बेटियां
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
Shyam Sundar Subramanian
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
कवि दीपक बवेजा
हे, मनुज अब तो कुछ बोल,
हे, मनुज अब तो कुछ बोल,
डी. के. निवातिया
नया सबेरा
नया सबेरा
Shekhar Chandra Mitra
जो ये खेल
जो ये खेल
मानक लाल"मनु"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
काफिला यूँ ही
काफिला यूँ ही
Dr. Sunita Singh
लफ़्ज़ों में ढालना
लफ़्ज़ों में ढालना
Dr fauzia Naseem shad
मैं भौंर की हूं लालिमा।
मैं भौंर की हूं लालिमा।
Surinder blackpen
गाँव के दुलारे
गाँव के दुलारे
जय लगन कुमार हैप्पी
दिल की बातें....
दिल की बातें....
Kavita Chouhan
Daily Writing Challenge : समय
Daily Writing Challenge : समय
'अशांत' शेखर
■ हिंदी ग़ज़ल / वर्तमान
■ हिंदी ग़ज़ल / वर्तमान
*Author प्रणय प्रभात*
यह मन
यह मन
gurudeenverma198
💐अज्ञात के प्रति-109💐
💐अज्ञात के प्रति-109💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पिता का पता
पिता का पता
Abhishek Pandey Abhi
बालगीत :- चाँद के चर्चे
बालगीत :- चाँद के चर्चे
Kanchan Khanna
जिन्दगी कागज़ की कश्ती।
जिन्दगी कागज़ की कश्ती।
Taj Mohammad
पल बुरे अच्छे गुजारे तो सभी जाएंगे
पल बुरे अच्छे गुजारे तो सभी जाएंगे
Dr Archana Gupta
जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए।
जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए।
Ashwini sharma
Loading...