बिल्ली
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बिल्ली ___
बिल्ली बोली म्याऊं म्याऊं
मैं तो दिल्ली देखने जाऊं
लालकिले का तिरंगा देखूं
पहन के जींस मैं इतराऊं
नरम नरम बाल हैं मेरे
काले काले और सुनहरे
गले में बांधा लाल रुमाल
आंख पर चश्मा चटकीली चाल
तभी अचानक बदली छाई
तड़ तड़ तड़ तड़ बारिश आई
रेनकोट छाता संग ना लाई
भीगे कपड़े और हो गई गीली
आंच्छी आंच्छी लगी छींकने
अदरक वाली चाय भी पी ली
बिना रूमाल के कभी न छींको
फिर डॉक्टर ने दी मीठी गोली
कान पकड़े और तौबा कर ली
अब ना जाऊंगी मैं दिल्ली
__ मनु वाशिष्ठ