Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2022 · 1 min read

बिजलियों का दौर

खौफ आंखों के सभी ढलने लगे
आप किन राहों पे अब चलने लगे
बिजलियों का दौर है अरशद रसूल
आंधियों में अब दिये जलने लगे

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
2 Likes · 71 Views

Books from अरशद रसूल /Arshad Rasool

You may also like:
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
Satish Srijan
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
कितने फ़र्ज़?
कितने फ़र्ज़?
Shaily
इतनी उम्मीद
इतनी उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
अहमियत
अहमियत
Dushyant Kumar
होली के त्यौहार पर तीन कुण्डलिया
होली के त्यौहार पर तीन कुण्डलिया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#सबक जिंदगी से #
#सबक जिंदगी से #
Ram Babu Mandal
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण...
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मेरा भोला बाबा"
Dr Meenu Poonia
💐प्रेम कौतुक-447💐
💐प्रेम कौतुक-447💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*भागे दुनिया हर कहीं, गली देस परदेस (कुंडलिया)*
*भागे दुनिया हर कहीं, गली देस परदेस (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जिंदगी क्या है?
जिंदगी क्या है?
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
तुम विद्रोह कब करोगी?
तुम विद्रोह कब करोगी?
Shekhar Chandra Mitra
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Sahityapedia
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
सत्य कुमार प्रेमी
परम भगवदभक्त 'प्रहलाद महाराज'
परम भगवदभक्त 'प्रहलाद महाराज'
Pravesh Shinde
== करो मनमर्जी अपनी ==
== करो मनमर्जी अपनी ==
गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार
कलम की ताकत और कीमत को
कलम की ताकत और कीमत को
Aarti Ayachit
आत्मा को ही सुनूँगा
आत्मा को ही सुनूँगा
राहुल द्विवेदी 'स्मित'
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Seema gupta,Alwar
सरल मिज़ाज से किसी से मिलो तो चढ़ जाने पर होते हैं अमादा....
सरल मिज़ाज से किसी से मिलो तो चढ़ जाने पर...
कवि दीपक बवेजा
✍️गूगल है...
✍️गूगल है...
'अशांत' शेखर
■ बड़े_शौक़_से 😊
■ बड़े_शौक़_से 😊
*Author प्रणय प्रभात*
आज का बचपन
आज का बचपन
Buddha Prakash
हर पति परमेश्वर नही होता
हर पति परमेश्वर नही होता
Kavita Chouhan
सर्दी
सर्दी
Vandana Namdev
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By Vinit Singh Shayar
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By...
Vinit kumar
जब जब ……
जब जब ……
Rekha Drolia
आस्तीक भाग-दो
आस्तीक भाग-दो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बरवै छंद
बरवै छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...