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29 Nov 2022 · 1 min read

बाबू जी

देखते हैं जब भी हम
काम में व्यस्त है बाबू जी
सुबह हो या शाम
आराम कभी करते नहीं बाबू जी

हो कोई खुशी की बात
सबसे पहले बताते हैं बाबू जी
परेशानियों से हमको
दूर ही रखते हैं बाबू जी

हमारे जीवन का सहारा है
हमारा हौसला है बाबू जी
मिल जाता है जो भी चाहिए
जादू की छड़ी है बाबू जी

इकठ्ठे रखता है जो परिवार को
वो चुंबक होते हैं बाबू जी
हो कोई भी मुसीबत रास्ते में तेरे
हमेशा साथ देते हैं बाबू जी

नाम रोशन करें उनका हम
बस यही चाहते हैं बाबू जी
जीवन में कुछ करके दिखाएं
यही दुआ करते हैं बाबू जी

करते हैं प्यार बहुत हमसे
जताते नहीं है बाबू जी
लग जाए कहीं चोट हमको
घबरा जाते हैं बाबू जी

है बस नारियल जैसे वो
बाहर से कड़क लगते हैं बाबू जी
है अंदर से मुलायम बहुत
गरी सरीखे लगते हैं बाबू जी

है तेरा वजूद उनसे ही
तुझमें अपना अक्स ढूंढते हैं बाबू जी
कभी अपने लिए नहीं जीते
हमेशा हमारे लिए ही जीते हैं बाबू जी।

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 1103 Views

Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'

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