बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे
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बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे
थोड़ी उजियारी अंधेरी रात मे
पंख फैलाये गीतों की सौगात मे
खुशी लिए फूलो की, काटो भरी प्रभात मे
थोड़ा सवेरे थोड़ा शाम, थोड़ा बंदिशो की बारात मे
बरस रहे है ह ख्याबो की बरसात मे
#देव
बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे
थोड़ी उजियारी अंधेरी रात मे
पंख फैलाये गीतों की सौगात मे
खुशी लिए फूलो की, काटो भरी प्रभात मे
थोड़ा सवेरे थोड़ा शाम, थोड़ा बंदिशो की बारात मे
बरस रहे है ह ख्याबो की बरसात मे
#देव