बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
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बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
पर सांसे अभी भी जग रही है,
परवाह इनकी भी होनी चाहिए,
कही सांसे परवाह करना छोड़ दे तो।
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
पर सांसे अभी भी जग रही है,
परवाह इनकी भी होनी चाहिए,
कही सांसे परवाह करना छोड़ दे तो।