फूलों की महक से मदहोश जमाना है…
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फूलों की महक से मदहोश जमाना है…
मयस्सर शहर है लेकिन न कोई साना है
गम है खुशियां है आंसू है दर्द है लेकिन..
हर एक को यहीं से गुजर के जाना है….!
✍️ कवि Deepak saral
फूलों की महक से मदहोश जमाना है…
मयस्सर शहर है लेकिन न कोई साना है
गम है खुशियां है आंसू है दर्द है लेकिन..
हर एक को यहीं से गुजर के जाना है….!
✍️ कवि Deepak saral