फिर भी करना है संघर्ष !
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चाहे जीवन में कष्ट हो,
खुशियां सारी नष्ट हो,
अपने भी जब रुष्ट हो,
तन नहीं हष्ट पुष्ट हो,
फिर भी करना है संघर्ष,
जीना है हमको लिए हर्ष,
आएंगे फिर से सुखद वर्ष,
होगा अपना भी उत्कर्ष,
कभी नहीं बैठना हारकर,
जीना नहीं मन मारकर,
हर बाधा को तू पार कर,
अपने कर्म से प्यार कर,