Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2022 · 1 min read

फिर एक समस्या

हर रोज एक उलझन बनी रही
फिर एक समस्या खड़ी हुई
सब कुछ था सीदा सादा सा
बनती हुई बाते बिगड़ गई
हर पहलू को जब समझाया तो
उनके पहलू कुछ और ही थे
जितना संजीदा मैं खुद था
उतने संजीदा वो भी थे
कुछ कागज के टुकड़ों में
एक सुलझी गुत्थी उलझ गई
उनको अपना कुछ कहना था
मेरा अपना भी तो कुछ हित था
शायद दोनों ने ज्यादा सोच लिया
इसलिये ये उलझन बनी रही
फिर एक समस्या खड़ी हुई

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 487 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आत्म-बोध प्रकाश
आत्म-बोध प्रकाश
Shyam Sundar Subramanian
राजनीतिक परिदृश्य: मोहिनी थिएटर्स के नायक और जनता की नाराजगी
राजनीतिक परिदृश्य: मोहिनी थिएटर्स के नायक और जनता की नाराजगी
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
बने स्वयंभू आप
बने स्वयंभू आप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गांधी जी के तीन बंदर!
गांधी जी के तीन बंदर!
Jaikrishan Uniyal
भारत भविष्य
भारत भविष्य
उमा झा
मधुब्रत गुंजन: एक अनूठा उपहार
मधुब्रत गुंजन: एक अनूठा उपहार
Sudhir srivastava
करके शठ शठता चले
करके शठ शठता चले
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
"तर्के-राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
काल का स्वरूप🙏
काल का स्वरूप🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"अगर "
Dr. Kishan tandon kranti
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
वर्तमान परिवेश में हमारी शिक्षा एवं समाज
वर्तमान परिवेश में हमारी शिक्षा एवं समाज
Mukesh sharma
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
*मधुमास का मधुर एहसास*
*मधुमास का मधुर एहसास*
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
अपने ही  में उलझती जा रही हूँ,
अपने ही में उलझती जा रही हूँ,
Davina Amar Thakral
खामोशी में तेरी औकात छिपा रखे हैं,
खामोशी में तेरी औकात छिपा रखे हैं,
raijyoti47.
പക്വത.
പക്വത.
Heera S
संबंध
संबंध
Shashi Mahajan
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
लक्ष्मी सिंह
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
आर.एस. 'प्रीतम'
*pyramid*
*pyramid*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*शिखर का सफर*
*शिखर का सफर*
Pallavi Mishra
जिसको ढूँढा किए तसव्वुर में
जिसको ढूँढा किए तसव्वुर में
Shweta Soni
सजल
सजल
Rambali Mishra
3607.💐 *पूर्णिका* 💐
3607.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दिल किसी से
दिल किसी से
Dr fauzia Naseem shad
उड़ान
उड़ान
MEENU SHARMA
..
..
*प्रणय प्रभात*
बेटियां
बेटियां
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...