Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2018 · 1 min read

पढ़ें मेरे अल्फाज़ अच्छे लगे तो आपके हैं,

आसान है मौत से तराने सुनना,
जमाने को गंवारा नहीं,
बहुत बार झलक मिली हमको,
लेकिन जमाने को विज्ञापन देखना पसंद है ।।
.
दीपक हूँ प्रकाश मेरा धर्म,
हरता हूँ अंधकार को इक सीमा तक,
ये कमी नहीं मेरी अपनी,
जो मिट जाते है कीट-पतंग,
.
मुझे नहीं लिखना.. तेरा नसीब,
तू स्वयं लिख ले..मैं तेरा संरक्षक हूँ..,
मैं तुझे वो हर हक देता हू..,
जो नहीं मिलने वाले तुझे मेरे सिवा,
.
हँसते हँसते फ़नां हो जाऊं,
गर तेरे आँचल पर,
जरा सी आँच आए माँ,
चूमना पड़े भले,
भगतसिंह सम फाँसी का फँदा,महेंद्र.
.
तमन्नाओं रुख मोड़ लो अपना,
ये घर नहीं अब तुम्हारा अपना,
सोया था जो कभी..,
अब नहीं सोने वाला,
अब चैन है अमन हैं शुकून है ये घर सिर्फ मेरा रहा,
.
डॉ0महेंद्र.

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
कविता तुम से
कविता तुम से
Awadhesh Singh
3313.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3313.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हम ख़फ़ा हो
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
Subhash Singhai
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
समय के साथ
समय के साथ
Davina Amar Thakral
रात अंजान है
रात अंजान है
Dr. Rajeev Jain
काव्य
काव्य
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बैठाया था जब अपने आंचल में उसने।
बैठाया था जब अपने आंचल में उसने।
Phool gufran
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्तक – शादी या बर्बादी
मुक्तक – शादी या बर्बादी
Sonam Puneet Dubey
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
सब की नकल की जा सकती है,
सब की नकल की जा सकती है,
Shubham Pandey (S P)
मेरी सोच मेरे तू l
मेरी सोच मेरे तू l
सेजल गोस्वामी
हालातों से युद्ध हो हुआ।
हालातों से युद्ध हो हुआ।
Kuldeep mishra (KD)
आँचल की मर्यादा🙏
आँचल की मर्यादा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
बिन बोले सब बयान हो जाता है
बिन बोले सब बयान हो जाता है
रुचि शर्मा
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
sushil sarna
आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
Ram Krishan Rastogi
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
Ajay Kumar Vimal
दो पंक्तियां
दो पंक्तियां
Vivek saswat Shukla
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
Paras Nath Jha
"सदा से"
Dr. Kishan tandon kranti
ये बेटा तेरा मर जाएगा
ये बेटा तेरा मर जाएगा
Basant Bhagawan Roy
अस्तित्व अंधेरों का, जो दिल को इतना भाया है।
अस्तित्व अंधेरों का, जो दिल को इतना भाया है।
Manisha Manjari
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
Lokesh Sharma
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...