पानी जैसा बनो रे मानव
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पानी जैसा बनो रे मानव
जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है,
पत्थर जैसे न बनो कभी तुम
जो दूसरों का भी रास्ता
रोक लेता है।
नीलम शर्मा ✍️
पानी जैसा बनो रे मानव
जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है,
पत्थर जैसे न बनो कभी तुम
जो दूसरों का भी रास्ता
रोक लेता है।
नीलम शर्मा ✍️