ना जाने सुबह है या शाम,
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ना जाने सुबह है या शाम,
सब कुछ धुआं धुआं सा है,
कई रंग बावस्ता है इस शाम से,
पर फिर भी न जाने सब कुछ अजनबी सा है।
ना जाने सुबह है या शाम,
सब कुछ धुआं धुआं सा है,
कई रंग बावस्ता है इस शाम से,
पर फिर भी न जाने सब कुछ अजनबी सा है।