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6 Feb 2023 · 1 min read

मलूल

दुश्मनों का गम हो चाहे,
हो जाते मलूल हम।
सनातनी तालीम ऐसी,
सब में दिखता नूर इक।

-सतीश सृजन

Language: Hindi
61 Views
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