दिल में दबे कुछ एहसास है….
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दिल में दबे कुछ एहसास है
तुम कहो तो तुम्हें सुना दे
कुछ बातें अनकही सी है
तुम कहो तो बता दें।
प्रथम बार ऐसा नहीं है
हर बार अलग एहसास होता है
तुमसे मिलने की आरजू में
दिल बड़ा बेकरार रहता है
कुछ बातें अनकही तुम
कहो तो बता दे ।
जब मिलते हैं तुमसे
मुलाकात अधूरी सी रह जाती है
अधूरे एहसास रह जाते हैं
अधूरी बात रह जाती है
न जाने फिर कब
मुलाकात हो तुमसे
इस आस में कितनी
बातें छूट जाती है
कुछ बातें अनकही सी
तुम कहो तो सुना दे।
हरमिंदर कौर
अमरोहा (यूपी)
@ मौलिक रचना ।