दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
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दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
अंधेरों को हटाने में बारात लग गई !
अधूरे ख्वाब जो टूटे शीशे की तरह…
उसी को बनाने में जिंदगी लग गई!!
✍️Kavi Deepak saral
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
अंधेरों को हटाने में बारात लग गई !
अधूरे ख्वाब जो टूटे शीशे की तरह…
उसी को बनाने में जिंदगी लग गई!!
✍️Kavi Deepak saral