दान देने के पश्चात उसका गान , दान की महत्ता को कम ही नहीं
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दान देने के पश्चात उसका गान , दान की महत्ता को कम ही नहीं अपितु सर्वथा नष्ट कर देता है ।
क्योंकि जो दिया , और जिसे दिया वह तो उसी का था ।
” आप केवल निमित्त मात्र हैं । ”
सीमा वर्मा