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18 May 2017 · 1 min read

तेवरी

गुलशन पै बहस नहीं करता
मधुवन पै बहस नहीं करता ।

जो भी मरुथल में अब बदला
सावन पै बहस नहीं करता |

कहते हैं इसे न्यूज़-चैनल
ये जन पै बहस नहीं करता |

है इसीलिये वह तहखाना
आँगन पै बहस नहीं करता |

वो बोल रहा है “ ओम शांति “
क्रन्दन पै बहस नहीं करता |

वो करता धड़ से तुरत अलग
गर्दन पै बहस नहीं करता |

वो मौतों का व्यापारी है
जीवन पै बहस नहीं करता |

वो लिए सियासी दुर्गंधें
चन्दन पै बहस नहीं करता |
+रमेशराज

Language: Hindi
450 Views
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