तेरा अनुमान लगाना
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व्यर्थ है बिना कारण
तेरा अनुमान लगाना ।
तेरा कर्म है जीवन को
केवल श्रेष्ठ बनाना ।।
नैतिक नहीं कदापि
यह व्यभिचार है तेरा ।
इच्छा के विरुद्ध किसी
पर अधिकार जताना ।।
संक्षिप्त है जीवन न
इसे व्यर्थ गवाना ।
सुनने को जो न हो राज़ी
व्यर्थ उसे आवाज़ लगाना ।।
निर्णय लेने में कभी एक-
क्षण न गवाना ।
जीवन की सार्थकता है
तेरा स्वयं को पाना ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद