तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
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तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
तुम ही गम तुम ही खुशी बन गए हो।।1।।
चाहतों के खामोश गुलशन में।
तुम बनके गुलके फूल खिल गए हो।।2।।
कोई ख्वाहिश ना पूंछे मेरे दिल की।
तमन्ना ना कोई जो तुम मिल गए हो।।3।।
मेरे दिल पर ना रहा जोर मेरा।
इक तुम इसके मालिक बन गए हो।।4।।
मेरे दिल के कोरे कागज पर।
तुम आयत ए कुरान से छप गए हो।।5।।
वक्त के हर लम्हें में बस तुम हो।
बन कर सांसे दिल में धड़क रहे हो।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ