तुम्हारी जय जय चौकीदार
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देश हमारा बदल रहा हैं, बदल गया इंसान l
चौक पे चर्चा चल रही हैं, कि भटका हिन्दुस्तान ll
तुम्हारी जय जय चौकीदार – 2
रेल बेच दी भेल बेच दी, बेचों तेल अपार l
मांग हिसाब रहें थे जितने, जेल में भर दये जाय ll
तुम्हारी जय जय चौकीदार -2
चौकीदार बने हैं जबसे, तब से बढ़ गई रार l
काना फूंसी होय रही घर में, का कीन्हों भरतार ll
तुम्हारी जय जय चौकीदार -2
पांच किलो राशन पे जिंदा, बड़े बड़े सरदार l
खाली सिलेण्डर घर में रखे, पैसा – नाहिं हैं सरकार ll
तुम्हारी जय जय चौकीदार -2
हर घर में बज रही बधाई, अहिए फिर सरकार l
पप्पू पास न होइंहि फिर से, रौंतो फैलो जाये ll
तुम्हारी जय जय चौकीदार -2
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लोधी श्याम सिंह तेजपुरिया
सर्वाधिकार सुरक्षित
15/10/2023