तुझे देखने को करता है मन
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तुझे देखने को करता है मन
बहुत याद कर तुझको रोता है दिल
तुम आओगी सदा सोचता हूं यही
मेरे दिल मे तेरी मुरत हैं ये कैसे कहे मन
कभी मिलोगी मुझे ये सोचता हैं मन
तुम कहा हो कैसे हो सोच सोच बहुत रोता हुं मै
इतनी दूर हो की मिलने आ नही सकता
बहुत याद कर रोता है मन
तुझसे मिलने को त
तरसता हैं मन बहुत याद करता है मेरा ये दिल