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11 Mar 2023 · 1 min read

*तितली आई 【बाल कविता】*

*तितली आई 【बाल कविता】*
★★★★★★★★★★★★★★
तितली आई उड़ते-उड़ते
दाऍं-बाऍं मुड़ते-मुड़ते

राजू का दिल उस पर आया
उसे पकड़ने हाथ बढ़ाया

तितली बोली “मर जाऊॅंगी
नहीं कभी अब फिर आऊॅंगी”

राजू बोला “प्यारी बहना !
माफ करो ,मानूंगा कहना ”
——————————————
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

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