तहरीर
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#justareminderekabodhbalak
#drarunkumarshastriblogger
भूल जाना किसी को, बहुत आसान है,
गम किसी का मिटाने में सदियां लगें ।
आदमी- आदमी से है अब बचने लगा,
ऑन लाईन अलंकरण सजाना अलग बात है।
मैं न कहता, तुम, मिरी बात को मान लो,
सत्य देखो अगर , बस उसे ही जान लो ।
जिंदगी में अगर कोई प्यारा सा इंसा मिले,
पास बैठो ज़रा, दर्द को थाम लो ।
वक्त है ही कहाँ , अब किसी के लिए
अपनी – अपनी जगह सब परेशान है ।
शक्ल पे तो अब ज़रूरत नहीं ध्यान की
अक्ल होगी तो दोस्ती दौड़ कर आएगी ।
मुझको देखो नही मुझको सुनना नही ,
इक अबोध की तो सुनो, उसकी ही मान लो ।