जोशीला
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चांद तारे सूरज को है छूना, मुझे उदास निराश नहीं मरना, अब जोशीले नाम से मुझे पुकारना, मुझे सात समुंदर तैर के पार है जाना।
दुख मुसीबत संकट को है मेरी धमकी, मुझसे टकराने की ना करें गलती, मुझे अपने जोश से अपनी मंजिल पास दिखती, जग के महान लोगों में अब होगी मेरी गिनती।
अपना जोश बढ़ाने के बाद अपना लक्ष्य पाने की मुझ में आ गई है अद्भुत शक्ति, जोशीले की ही होती है जीवितो में गिनती, उदास निराश की होती मृत में गिनती।
जोशीले बने, पशु पक्षी बनने की ना करें गलती।