Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2023 · 1 min read

जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि

जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मिलित हैं दुख इच्छाओं के कारण उत्पन्न होता है
@ankithalkejha

7 Views
You may also like:
2234.
2234.
Khedu Bharti "Satyesh"
"चरित्र और चाय"
मनोज कर्ण
साक्षात्कार:- कृषि क्षेत्र के हित के लिए
साक्षात्कार:- कृषि क्षेत्र के हित के लिए "आईएएस" के तर्ज...
Deepak Kumar Tyagi
💐💐ज्ञानस्य अभिमानं नरकेषु प्रवेशक:💐💐
💐💐ज्ञानस्य अभिमानं नरकेषु प्रवेशक:💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पल बुरे अच्छे गुजारे तो सभी जाएंगे
पल बुरे अच्छे गुजारे तो सभी जाएंगे
Dr Archana Gupta
(स्वतंत्रता की रक्षा)
(स्वतंत्रता की रक्षा)
Prabhudayal Raniwal
वो निरंतर चलता रहता है,
वो निरंतर चलता रहता है,
laxmivarma.lv
कर कर के प्रयास अथक
कर कर के प्रयास अथक
कवि दीपक बवेजा
Mera wajud bus itna hai ,
Mera wajud bus itna hai ,
Sakshi Tripathi
मुक्तक
मुक्तक
सूर्यकांत द्विवेदी
समय बहुत है,
समय बहुत है,
Parvat Singh Rajput
बगिया का गुलाब प्यारा...
बगिया का गुलाब प्यारा...
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
लफ़्ज़ों में आप जो
लफ़्ज़ों में आप जो
Dr fauzia Naseem shad
नया दौर है सँभल
नया दौर है सँभल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिल्लेइलाही की सवारी
जिल्लेइलाही की सवारी
Shekhar Chandra Mitra
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण...
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वन्दना
वन्दना
पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
Satish Srijan
चढ़ती उम्र
चढ़ती उम्र
rkchaudhary2012
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
अपनी यही चाहत है_
अपनी यही चाहत है_
Rajesh vyas
कहाँ-कहाँ नहीं ढूंढ़ा तुमको
कहाँ-कहाँ नहीं ढूंढ़ा तुमको
Ranjana Verma
वचन दिवस
वचन दिवस
सत्य कुमार प्रेमी
Writing Challenge- भूख (Hunger)
Writing Challenge- भूख (Hunger)
Sahityapedia
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
Pravesh Shinde
बात
बात
Shyam Sundar Subramanian
*कश्मीर हमारा है (मुक्तक)*
*कश्मीर हमारा है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
■ परिहास / प्रसंगवश....
■ परिहास / प्रसंगवश....
*Author प्रणय प्रभात*
✍️क्या सीखा ✍️
✍️क्या सीखा ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Loading...