जीवन जीते रहने के लिए है,
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जीवन जीते रहने के लिए है,
रुकना नही है,
कभी थक हार के,
क्या रुकी है बयार कभी?
उसी तरह बहते रहें निर्मल,
स्वच्छ प्राण वायु सी
जीवन जीते रहने के लिए है,
रुकना नही है,
कभी थक हार के,
क्या रुकी है बयार कभी?
उसी तरह बहते रहें निर्मल,
स्वच्छ प्राण वायु सी