Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2023 · 1 min read

जीवन की सांझ

चारों तरफ अंधेरा
खोया कहीं सबेरा।

पथ में बहुत हैं काँटे
खल तामसी सताते।
कोई लगे न अपना
जीवन है एक सपना।।

कैसे मैं राह पाऊं
डूबूँ या पार जाऊं।

जीवन की साँझ है क्या ?
रूख़सत का जाम है क्या ?
जोड़ा बहुत ये सत है –
चलता वही जो पथ है।।

गम का यहाँ बसेरा
तम छा गया घनेरा।

गीता बचन अमर है
जीवन ये बस समर है।
हारा न कोई जीता
सबकी यही डगर है।

नियंता ही बस चितेरा –
मत सोच तू अकेला।।

2 Likes · 67 Views

Books from Dr. Girish Chandra Agarwal

You may also like:
उमेश शुक्ल के हाइकु
उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
मैं आंसू बहाता रहा,
मैं आंसू बहाता रहा,
अनिल अहिरवार"अबीर"
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
उन्हें नहीं मालूम
उन्हें नहीं मालूम
Brijpal Singh
दलित समुदाय।
दलित समुदाय।
Vijay kannauje
तूफां से लड़ता वही
तूफां से लड़ता वही
Satish Srijan
मैं उड़ सकती
मैं उड़ सकती
Surya Barman
तुम्हारी आंखों का रंग हमे भाता है
तुम्हारी आंखों का रंग हमे भाता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ये हमारे कलम की स्याही, बेपरवाहगी से भी चुराती है, फिर नये शब्दों का सृजन कर, हमारे ज़हन को सजा जाती है।
ये हमारे कलम की स्याही, बेपरवाहगी से भी चुराती है,...
Manisha Manjari
मज़दूर
मज़दूर
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-438💐
💐प्रेम कौतुक-438💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"किसी की नज़र ना लगे"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वागत हे ऋतुराज (कुंडलिया)
स्वागत हे ऋतुराज (कुंडलिया)
Ravi Prakash
इतना मत चाहो
इतना मत चाहो
सूर्यकांत द्विवेदी
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
Shubham Pandey (S P)
सत्य सनातन पंथ चलें सब, आशाओं के दीप जलें।
सत्य सनातन पंथ चलें सब, आशाओं के दीप जलें।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
246.
246. "हमराही मेरे"
MSW Sunil SainiCENA
"अच्छी आदत रोज की"
Dushyant Kumar
एक नेता
एक नेता
पंकज कुमार कर्ण
भारत है वो फूल (कविता)
भारत है वो फूल (कविता)
Baal Kavi Aditya Kumar
अलविदा ज़िंदगी से
अलविदा ज़िंदगी से
Dr fauzia Naseem shad
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अधूरी रात
अधूरी रात
डी. के. निवातिया
इक क्षण
इक क्षण
Kavita Chouhan
कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं
कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं
कवि दीपक बवेजा
काश हम बच्चे हो जाते
काश हम बच्चे हो जाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मंजिल
मंजिल
Soni Gupta
*खुशियों का दीपोत्सव आया* 
*खुशियों का दीपोत्सव आया* 
Deepak Kumar Tyagi
मुहब्बत की बातें।
मुहब्बत की बातें।
Taj Mohammad
Loading...