जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
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जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।।
हृदय कामनागार तो, कामधेनु हैं आप।
एक छुअन भर आपकी, हर ले हर संताप।।
© सीमा अग्रवाल
जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।।
हृदय कामनागार तो, कामधेनु हैं आप।
एक छुअन भर आपकी, हर ले हर संताप।।
© सीमा अग्रवाल