Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2022 · 1 min read

*घनश्याम (कुंडलिया)*

*घनश्याम (कुंडलिया)*
________________________________
रट-रटकर किसको मिले ,श्री कृष्ण घनश्याम
आडंबर से पा सका , कब कोई श्री राम
कब कोई श्री राम ,हृदय कब भाषा गाता
मन में उमड़ा भाव , श्रेष्ठ पूजा बन जाता
कहते रवि कविराय , भक्त पाते हैं घटकर
खो जाते जब शब्द ,नहीं मिलते रट-रटकर
________________________________
*रचयिता : रवि प्रकाश*
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

35 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
तरुण सिंह पवार
You are not born
You are not born
Vandana maurya
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
gurudeenverma198
अब तो आओ न
अब तो आओ न
Arti Bhadauria
ख़ामोश निगाहें
ख़ामोश निगाहें
Surinder blackpen
ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ
ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ
Faza Saaz
अफ़ीम का नशा
अफ़ीम का नशा
Shekhar Chandra Mitra
अमृत उद्यान
अमृत उद्यान
मनोज कर्ण
विनय
विनय
Kanchan Khanna
फायदा उठाया है उसने अपने पद का
फायदा उठाया है उसने अपने पद का
कवि दीपक बवेजा
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
Nishant prakhar
संसद के नए भवन से
संसद के नए भवन से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
प्रेमदास वसु सुरेखा
*धन्य रामकथा(कुंडलिया)*
*धन्य रामकथा(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-425💐
💐प्रेम कौतुक-425💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तक्षशिला विश्वविद्यालय के एल्युमिनाई
तक्षशिला विश्वविद्यालय के एल्युमिनाई
Shivkumar Bilagrami
अजनबी सी इक मुलाकात
अजनबी सी इक मुलाकात
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रेम प्रणय मधुमास का पल
प्रेम प्रणय मधुमास का पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
छतें बुढापा, बचपन आँगन
छतें बुढापा, बचपन आँगन
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार
प्यार
Satish Srijan
!!दर्पण!!
!!दर्पण!!
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
*जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद
*जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद
Seema Verma
चुनावी वादा
चुनावी वादा
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
"बर्बादी का बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
Right way
Right way
Dr.sima
गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान ।
गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान ।
Arvind trivedi
Loading...