गुनाह लगता है किसी और को देखना
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गुनाह लगता है किसी और को देखना
जुदा हो कर भी नज़रे वफ़ादार रहती हैं
मुहब्बत अगर सच्ची है तो
फासलों में भी बरकरार रहती है
©Dhara
गुनाह लगता है किसी और को देखना
जुदा हो कर भी नज़रे वफ़ादार रहती हैं
मुहब्बत अगर सच्ची है तो
फासलों में भी बरकरार रहती है
©Dhara