Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2023 · 1 min read

#ग़ज़ल

#ग़ज़ल
■ अहसास नहीं होता है।।
【प्रणय प्रभात】

● वक़्त लगता है अनायास नहीं होता है।
अब तो विश्वास पे विश्वास नहीं होता है।।

● वो हुनर सच जिसे कहता है ज़माना सारा।
हो कसैला मगर बकवास नहीं होता है।।

● दर्द घटता नहीं बढ़ता है रोज़ ही लेकिन।
ये अलग बात है अहसास नहीं होता है।।

● वक़्त के साथ में बर्ताव बदल जाते हैं।
ख़ास हर हाल में अब ख़ास नहीं होता है।।

● वो भी तिनका है जिसे ज़ाफ़रान कहते हैं।
हरेक तिनका मियां घास नहीं होता है।।

● शोखियां सिर्फ़ मयस्सर हैं आशनाई को।
इश्क़ इक दीन है बिंदास नहीं होता है।।

● दूर हो कर भी कोई दूर नहीं हो पाता।
पास रहने से कोई पास नहीं होता है।।

● रूह से रूह मिलाना है वस्ल का मानी।।
जज़्ब-ए-वस्ल फ़क़त प्यास नहीं होता है।

●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

Language: Hindi
2 Likes · 189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आएगा ज़माना उलटबांसी का, कह गये थे संत कबीर
आएगा ज़माना उलटबांसी का, कह गये थे संत कबीर
Shreedhar
हे वीर कन्या
हे वीर कन्या
Dr.Pratibha Prakash
कुछ अभिशप्त
कुछ अभिशप्त
Rashmi Sanjay
3294.*पूर्णिका*
3294.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहने को तो बहुत लोग होते है
कहने को तो बहुत लोग होते है
रुचि शर्मा
बात कोई ऐसी भी कह दो ।
बात कोई ऐसी भी कह दो ।
दीपक बवेजा सरल
International plastic bag free day
International plastic bag free day
Tushar Jagawat
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -205 (अकतां) के श्रेष्ठ दोहे
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -205 (अकतां) के श्रेष्ठ दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता हरेला
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता हरेला
Rakshita Bora
क़दम-क़दम पे मुसीबत है फिर भी चलना है
क़दम-क़दम पे मुसीबत है फिर भी चलना है
पूर्वार्थ
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
ਕੋਈ ਘਰ ਰੋਟੀ ਨੂੰ ਤਰਸੇ
ਕੋਈ ਘਰ ਰੋਟੀ ਨੂੰ ਤਰਸੇ
Surinder blackpen
बदल गया परिवार की,
बदल गया परिवार की,
sushil sarna
- तुम अगर साथ देते तो हम आज नामचीन होते -
- तुम अगर साथ देते तो हम आज नामचीन होते -
bharat gehlot
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
शेखर सिंह
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
भारत का गणतंत्र
भारत का गणतंत्र
विजय कुमार अग्रवाल
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
नया सूरज
नया सूरज
Ghanshyam Poddar
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हाइकु
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नज़र चाहत भरी
नज़र चाहत भरी
surenderpal vaidya
"मोहब्बत में"
Dr. Kishan tandon kranti
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
Shweta Soni
दुनिया का सबसे सही इंसान मैं हूँ और जो भी हुआ मेरे साथ गलत ह
दुनिया का सबसे सही इंसान मैं हूँ और जो भी हुआ मेरे साथ गलत ह
Madhu Gupta "अपराजिता"
ग़म के लिए रम की जरूरत नहीं होती,
ग़म के लिए रम की जरूरत नहीं होती,
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक)
ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक)
डॉक्टर रागिनी
Loading...