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21 Jan 2017 · 1 min read

कोई बिछड़ा याद न आये

इस तन्हाई के कानन से, क्या है कोई मुक्ति बता ।
कोई बिछड़ा याद न आये, ऐसी कोई युक्ति बता ।।

अलसाई है धूप और हम, किसी धुंध में खोये हैं ।
एक अजब धोके में दिल के, लाखों सपने सोये हैं ।
जो आँखों से धुंध हटा दे, ऐसी कोई उक्ति बता…..
कोई बिछड़ा याद न आये…………।।

राहुल द्विवेदी ‘स्मित’

Language: Hindi
Tag: गीत
190 Views
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