आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
Manisha Manjari
शरद ऋतु ( प्रकृति चित्रण)
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*राजा राम सिंह : रामपुर और मुरादाबाद के पितामह*
Ravi Prakash
🍀🌺प्रेम की राह पर-43🌺🍀
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अधजल गगरी छलकत जाए
Vishnu Prasad 'panchotiya'
💐💐प्रेम की राह पर-50💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये शिक्षामित्र है भाई कि इसमें जान थोड़ी है
आकाश महेशपुरी
गुजर रही है जिंदगी अब ऐसे मुकाम से
Ram Krishan Rastogi
बहुआयामी वात्सल्य दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ये दिल मेरा था, अब उनका हो गया
Ram Krishan Rastogi
भावों उर्मियाँ ( कुंडलिया संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चलो जहाँ की रूसवाईयों से दूर चलें
VINOD KUMAR CHAUHAN