Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2023 · 1 min read

किसने तेरा साथ दिया है

(शेर)- ये देख रहे हैं इसलिए कि, तोहफा इनको क्या मिलेगा।
कैसे बुझायेंगे प्यास अपनी,जाम इनको कब मिलेगा।।
और मचायेंगे धूम जब मैं, लुटाऊंगा इन पर अपनी दौलत।
ये हो जायेंगे सब गुमनाम, गर्दिश में जब मेरा जीवन मिलेगा।।
——————————————————-
किसने तेरा साथ दिया है, किसने तुमको माना अपना।
जिसको तुमने माना अपना, उसने तुमको माना खिलौना।।
किसने तेरा साथ दिया है———————।।

देखकर तू जो सूरत, दीवाना जिसका ऐसे हुआ है।
क्या खुशी उससे मिली, आबाद क्या उससे हुआ है।।
ताज्जुब है उसी ने काँटों में, सजाया है तुम्हारा बिछौना।
जिसको तुमने माना अपना, उसने तुमको माना खिलौना।।
किसने तेरा साथ दिया है——————।।

मानकर जिसको अपना चमन, खून से सींचा है तुमने।
किया उसी ने खून तुम्हारा, लूटा तुम्हारा चैन उसी ने।।
किया अंधेरा फिर उसी ने, दीपक जिसको तुमने माना।
जिसको तुमने माना अपना, उसने तुमको माना खिलौना।।
किसने तेरा साथ दिया है———————।।

जिसको तू कहता है दोस्त, अपनी जान अपनी खुशी।
दौलत का वह है भूखा, और नकली है उसकी हंसी।।
उसके लिए फिर तू , मिटा रहा है वजूद यह अपना।
जिसको तुमने माना अपना, उसने तुमको माना अपना।।
किसने तेरा साथ दिया है———————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
104 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
आप अच्छे हो उससे ज्यादा,फर्क आप कितने सफल
आप अच्छे हो उससे ज्यादा,फर्क आप कितने सफल
पूर्वार्थ
बेकारी का सवाल
बेकारी का सवाल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*सीता-स्वयंवर : कुछ दोहे*
*सीता-स्वयंवर : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
💝एक अबोध बालक💝
💝एक अबोध बालक💝
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इतनी सी बात पे
इतनी सी बात पे
Surinder blackpen
💐प्रेम कौतुक-266💐
💐प्रेम कौतुक-266💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
gurudeenverma198
ये दुनिया है
ये दुनिया है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
I know that I am intelligent because I know that I know nothing...
I know that I am intelligent because I know that I know nothing...
Dr. Rajiv
आसमानों को छूने की चाह में निकले थे
आसमानों को छूने की चाह में निकले थे
कवि दीपक बवेजा
सच बोलने की हिम्मत
सच बोलने की हिम्मत
Shekhar Chandra Mitra
पारो
पारो
Acharya Rama Nand Mandal
प्रकृति का विनाश
प्रकृति का विनाश
Sushil chauhan
"धन वालों मान यहाँ"
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
स्वयं को तुम सम्मान दो
स्वयं को तुम सम्मान दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन को जीवन सा
जीवन को जीवन सा
Dr fauzia Naseem shad
अपनी टोली
अपनी टोली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ग़ज़ल। आदमी बिसर जाएगा
ग़ज़ल। आदमी बिसर जाएगा
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
जो बनना चाहते हो
जो बनना चाहते हो
dks.lhp
कभी चुपचाप  धीरे से हमारे दर पे आ जाना
कभी चुपचाप धीरे से हमारे दर पे आ जाना
Ranjana Verma
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
गुप्तरत्न
Jay prakash
Jay prakash
Jay Dewangan
■ राज़_की_बात
■ राज़_की_बात
*Author प्रणय प्रभात*
रहे टनाटन गात
रहे टनाटन गात
Satish Srijan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
Shubham Pandey (S P)
Loading...