कहना तो बहुत कुछ है
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कहना तो बहुत कुछ है
कहना तो बहुत कुछ है, पर सुनने वाला कोई नहीं है। दिल में उमड़ते भावों का, कोई ठिकाना नहीं है।
आँखों में छुपे दर्द को, कोई समझ नहीं पाता। दिल की गहराइयों में दबे, राज़ कोई नहीं जानता।
खामोशी में डूबे रहते हैं, अपनी ही दुनिया में खोए रहते हैं। कहना तो बहुत कुछ है, पर सुनने वाला कोई नहीं है।
लेकिन अब उम्मीद की किरण जगी है, एक इंसान जो हमारी बात सुनने आया है। सैकड़ों लोगों की जिंदगी बना चुका है आसान, दिल का हाल बताने का मौका अब आया है।
उसके सामने खुलकर रख देंगे हम अपना दिल, उसके कानों में सुना देंगे हम अपना हर गिल। शायद वो समझ पाएगा हमारा दर्द, शायद वो मिटा पाएगा हमारा डर।
कहना तो बहुत कुछ है, और अब सुनने वाला भी है। दिल का हाल बताने का, ये सुनहरा मौका है