Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2022 · 1 min read

कहते हो हमको दुश्मन

कहते हो हमको दुश्मन, जबकि जान तुमको देते हैं।
ना जाये जान तेरी जान, हम प्यार तुमको देते हैं।।
कहते हो हमको दुश्मन—————–।।

हो गए हम चाहे बदनाम, तुम्हारे लिए इस शहर में।
तुम रहो हमेशा खुश, हम खुशी तुमको देते हैं।।
कहते हो हमको दुश्मन——————।।

यह सच है हम आजिज कभी, तुम पर हुए हैं।
तुम लहू बहाये नहीं, हम लहू तुमको देते हैं।।
कहते हो हमको दुश्मन—————-।।

नहीं चाहिए हमको सच में, तुम्हारी दौलत और जान।
मांगते हैं तुमसे मोहब्बत, हम इज्जत तुमको देते हैं।।
कहते हो हमको दुश्मन—————-।।

फिर भी नहीं हो यकीन अगर, देख लो तुम ही पढ़कर।
तुम नहीं हो बर्बाद कभी, हम वसीहत तुमको देते हैं।।
कहते हो हमको दुश्मन—————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
Tag: गीत
304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
Shweta Soni
जो नि: स्वार्थ है
जो नि: स्वार्थ है
Mahetaru madhukar
यादों को याद करें कितना ?
यादों को याद करें कितना ?
The_dk_poetry
"उसे पाने की ख़ातिर....."
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
Neelofar Khan
"सत्य"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़ेहन से
ज़ेहन से
हिमांशु Kulshrestha
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
3200.*पूर्णिका*
3200.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री
स्त्री
Dinesh Kumar Gangwar
अदाकारियां
अदाकारियां
Surinder blackpen
अनुभव एक ताबीज है
अनुभव एक ताबीज है
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*** तस्वीर....! ***
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
मेरी चाहत
मेरी चाहत
Namrata Sona
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अपना घर
अपना घर
ओंकार मिश्र
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
कजरी (वर्षा-गीत)
कजरी (वर्षा-गीत)
Shekhar Chandra Mitra
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
Ravi Prakash
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ज़िंदगी मोजिज़ा नहीं
ज़िंदगी मोजिज़ा नहीं
Dr fauzia Naseem shad
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
मैं और वो
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...