Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2023 · 1 min read

कहे तो क्या कहे कबीर

जब मिट गई हो किसी की गैरत
जब मर गया हो किसी का ज़मीर
आख़िर कहे तो क्या कहे कबीर
आख़िर करे तो क्या करे कबीर…
(१)
इस देश को लूट रहे दिन-रात
मिलकर बादशाह और वजीर
आख़िर कहे तो क्या कहे कबीर
आख़िर करे तो क्या करे कबीर…
(२)
सारे शातिर मुजरिम घूम रहे
यहां बनकर साधू और फ़कीर
आख़िर कहे तो क्या कहे कबीर
आख़िर करे तो क्या करे कबीर…
(३)
गरीब लोग हो रहे और ग़रीब
अमीर लोग हो रहे और अमीर
आख़िर कहे तो क्या कहे कबीर
आख़िर करे तो क्या करे कबीर…
(४)
यहां जो कुछ चल रहा आजकल
दुनिया भर में नहीं उसका नज़ीर
आख़िर कहे तो क्या कहे कबीर
आख़िर करे तो क्या करे कबीर
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#शेखर_चंद्र_मित्रा #इंकलाब #बगावत
#क्रांतिकारी #जनवादी #विपक्ष #दल
#बेरोजगार #Opposition #kabir
#lyricist #lyrics #rebel #songs
#Bollywood #गीतकार #विद्रोही

Language: Hindi
Tag: गीत
59 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Rohit Kaushik
रह रहे मन में हमारे
रह रहे मन में हमारे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
महाड़ सत्याग्रह
महाड़ सत्याग्रह
Shekhar Chandra Mitra
खुद को खामोश करके
खुद को खामोश करके
Dr fauzia Naseem shad
कर्ज का बिल
कर्ज का बिल
Buddha Prakash
"चरित्र-दर्शन"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो चलें वहां जहां मिले ख़ुशी
चलो चलें वहां जहां मिले ख़ुशी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
डॉ प्रवीण ठाकुर
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
Ravi Prakash
बीते कल की रील
बीते कल की रील
Sandeep Pande
■ एक नारा, एक दोहा-
■ एक नारा, एक दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
बच्चों सम्भल लो तुम
बच्चों सम्भल लो तुम
gurudeenverma198
ऋतु सुषमा बसंत
ऋतु सुषमा बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
फिसल गए खिलौने
फिसल गए खिलौने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐अज्ञात के प्रति-139💐
💐अज्ञात के प्रति-139💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
माँ वो है जिसे
माँ वो है जिसे
shabina. Naaz
ਹਰ ਅਲਫਾਜ਼ ਦੀ ਕੀਮਤ
ਹਰ ਅਲਫਾਜ਼ ਦੀ ਕੀਮਤ
Surinder blackpen
पापा की परी
पापा की परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है
चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है
Anand.sharma
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
Rashmi Mishra
आज कोई नही अनजान,
आज कोई नही अनजान,
pravin sharma
किसको दोष दें ?
किसको दोष दें ?
Shyam Sundar Subramanian
قفس میں جان جائے گی ہماری
قفس میں جان جائے گی ہماری
Simmy Hasan
जालिम
जालिम
Satish Srijan
इज़हार कर ले एक बार
इज़हार कर ले एक बार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दांतो का सेट एक ही था
दांतो का सेट एक ही था
Ram Krishan Rastogi
तुम याद आ रहे हो।
तुम याद आ रहे हो।
Taj Mohammad
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...