Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2022 · 1 min read

एक सवाल

एक बार धरती ने पूछा
आसमान से एक सवाल
क्यों जल को मेरा ही लेकर
मुझ पर वर्षा तुम करती हो
तब बोला आसमान मुस्काकर
जल लेकर जब जल देता
तभी उम्मीद जगाता धरा पर
फिर एक बार धरती ने पूछा
आसमान से एक सवाल
क्यों ना करती छाँव धरा पर
जवाब दिया फिर आसमान ने
छाँव मे रुकी वृद्धि को तरु की
धूप दिलाकर करती आसान

Language: Hindi
2 Likes · 72 Views
You may also like:
' प्यार करने मैदान में उतरा तो नही जीत पाऊंगा' ❤️
' प्यार करने मैदान में उतरा तो नही जीत पाऊंगा' ❤️
Rohit yadav
जो वक़्त के सवाल पर
जो वक़्त के सवाल पर
Dr fauzia Naseem shad
Right way
Right way
Dr.sima
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
सूर्यकांत द्विवेदी
मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया
मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-267💐
💐प्रेम कौतुक-267💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गीत
गीत
Shiva Awasthi
कहाँ समझते हैं ..........
कहाँ समझते हैं ..........
Aadarsh Dubey
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
Sidhartha Mishra
आज की तारीख़ में
आज की तारीख़ में
*Author प्रणय प्रभात*
मत याद करो बीते पल को
मत याद करो बीते पल को
Surya Barman
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
हरवंश हृदय
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
Ranjana Verma
2299.पूर्णिका
2299.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
केवट का भाग्य
केवट का भाग्य
रोहताश वर्मा मुसाफिर
राम वनवास
राम वनवास
Dhirendra Panchal
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
Vishal babu (vishu)
मुझमें अभी भी प्यास बाकी है ।
मुझमें अभी भी प्यास बाकी है ।
Arvind trivedi
पेंशन प्रकरणों में देरी, लापरवाही, संवेदनशीलता नहीं रखने बाल
पेंशन प्रकरणों में देरी, लापरवाही, संवेदनशीलता नहीं रखने बाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
आशा शैली
भारत के बीर सपूत
भारत के बीर सपूत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
Amit Pandey
फिर भी करना है संघर्ष !
फिर भी करना है संघर्ष !
जगदीश लववंशी
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
Ravi Prakash
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Sakshi Tripathi
दामन
दामन
Dr. Rajiv
मौत से किसकी यारी
मौत से किसकी यारी
Satish Srijan
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
Buddha Prakash
Loading...