Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2017 · 1 min read

“एक थी इ”

एक थी ‘इ’
चुलबुली अल्हड़ शोख
हंसती तो जैसे चूड़ियाँ खनक जातीं
और एक था ‘क’
शांत ,सहज।
वो उसके आगे वाली गली में रहता था।
जब वो निकलती उस गली से
वो ताकता रहता उसे,,,,
भरता रहता आहें
जब छूता उसका दुपट्टा
उसके चेहरे को!
उसकी भीनी खुशबू घण्टों
‘क’ की सांसों में समाई रहती,,,,,,
हर रोज रख आता
वो एक गुलाब
इ के दरवाजे,,,,
और ‘इ’ निकलती इतराकर
सजाये उस गुलाब को
सुनहरे बालों के गजरे में!
आँखें बोलती थीं बहुत कुछ
पर बीच में थी एक गहन ख़ामोशी
बोलना चाहा था *क* ने
एक रोज कुछ,
पर रख दिए *इ* ने
उसके होठों पर होंठ
एक खामोश आवाज के साथ
श्श्श्श्श्शशशशश्,,,,,,,,,
और इस तरह बनके
उन दोनों की रूँह के मिलन
गवाह,
हमेशा के लिए आ गया
इ और क के बीच श्श्श्शश्श्श्!
और दोनों में बना
एक नया रिश्ता
‘इश्क’!!!!!!!!

@@सरगम@@

Language: Hindi
Tag: कविता
215 Views
You may also like:
✍️गुमसुम सी रातें ✍️
✍️गुमसुम सी रातें ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
***
*** " हमारी इसरो शक्ति...! " ***
VEDANTA PATEL
YOG KIJIYE SWASTHY LIJIYE
YOG KIJIYE SWASTHY LIJIYE
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चाँदनी में नहाती रही रात भर
चाँदनी में नहाती रही रात भर
Dr Archana Gupta
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Aditya Prakash
नफरते का दौर . .में
नफरते का दौर . .में
shabina. Naaz
■ आलेख / चर्चा में एक अद्भुत दोहा
■ आलेख / चर्चा में एक अद्भुत दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
सलाम
सलाम
Dr.S.P. Gautam
सुशांत देश (पंचचामर छंद)
सुशांत देश (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
"भैयादूज"
Dr Meenu Poonia
✍️किसी रूठे यार के लिए...
✍️किसी रूठे यार के लिए...
'अशांत' शेखर
Writing Challenge- दिशा (Direction)
Writing Challenge- दिशा (Direction)
Sahityapedia
"पते की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️
🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
💐प्रेम कौतुक-210💐
💐प्रेम कौतुक-210💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छत्रपति शिवाजी महाराज V/s संसार में तथाकथित महान समझे जाने वालें कुछ योद्धा
छत्रपति शिवाजी महाराज V/s संसार में तथाकथित महान समझे जाने...
Pravesh Shinde
जातिगत आरक्षण
जातिगत आरक्षण
Shekhar Chandra Mitra
मीनाक्षी
मीनाक्षी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दिल बहलाएँ हम
दिल बहलाएँ हम
Dr. Sunita Singh
तुम इन हसीनाओं से
तुम इन हसीनाओं से
gurudeenverma198
एक प्यार ऐसा भी
एक प्यार ऐसा भी
श्याम सिंह बिष्ट
खुद को इंसान
खुद को इंसान
Dr fauzia Naseem shad
बड़े शत्रु को मार अकड़ना अच्छा लगता है (हिंदी गजल/गीतिका)
बड़े शत्रु को मार अकड़ना अच्छा लगता है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
कवि दीपक बवेजा
मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
Pratibha Kumari
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ऐ जोश क्या गरज मुझे हूरो-कसूर से, मेरा वतन मेरे लिए जन्नत से
ऐ जोश क्या गरज मुझे हूरो-कसूर से, मेरा वतन मेरे...
Dr Rajiv
डर होता है
डर होता है
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
अच्छा है तू चला गया
अच्छा है तू चला गया
Satish Srijan
Loading...