उदासी
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/16ac0fcc124b1edc34eb108f18481904_6838ac909459d7f9e67dd1a5f750ae68_600.jpg)
उदासी
बादल जैसी छाई उदासी।
घिर-घिर कर फिर आई उदासी।।
दिन-दिन बढ़ती ही जाती है।
जैसे हो मंहगाई उदासी।।
सूने दिल में बजती जैसे ।
दूर कहीं शहनाई उदासी।।
सागर की लहरों सी खुशियां
सागर की गहराई उदासी।।
शमा जली जब सूरज डूबा।
धुंआ-धुंआ सा लाई उदासी।।