Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2022 · 1 min read

इस ज़िंदगी ने हमको

किससे कहें कि हमको
परेशान कर दिया ।
इस ज़िंदगी ने हमको
हैरान कर दिया ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
20 Likes · 74 Views
You may also like:
बरसात की रात
बरसात की रात
Surinder blackpen
■ लघुकथा
■ लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
सच होता है कड़वा
सच होता है कड़वा
gurudeenverma198
कुछ जुगनू उजाला कर गए।
कुछ जुगनू उजाला कर गए।
Taj Mohammad
गांठे खोलने वाला शिक्षक-सुकरात
गांठे खोलने वाला शिक्षक-सुकरात
Shekhar Chandra Mitra
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह लो।
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह...
Pt. Brajesh Kumar Nayak
डरता हुआ अँधेरा ?
डरता हुआ अँधेरा ?
DESH RAJ
मेरी इबादत
मेरी इबादत
umesh mehra
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
कोशिशें अभी बाकी हैं।
कोशिशें अभी बाकी हैं।
Gouri tiwari
हूँ   इंसा  एक   मामूली,
हूँ इंसा एक मामूली,
Satish Srijan
पहला प्यार
पहला प्यार
Sushil chauhan
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन
नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खालीपन
खालीपन
जय लगन कुमार हैप्पी
रावण के मन की व्यथा
रावण के मन की व्यथा
Ram Krishan Rastogi
नशा - 1
नशा - 1
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही
वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही
'अशांत' शेखर
छोड़ दे गम, छोड़ जाने का
छोड़ दे गम, छोड़ जाने का
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया
वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया
Anis Shah
सपने जब पलकों से मिलकर नींदें चुराती हैं, मुश्किल ख़्वाबों को भी, हक़ीक़त बनाकर दिखाती हैं।
सपने जब पलकों से मिलकर नींदें चुराती हैं, मुश्किल ख़्वाबों...
Manisha Manjari
💐अज्ञात के प्रति-7💐
💐अज्ञात के प्रति-7💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब नये साल में
अब नये साल में
डॉ. शिव लहरी
करपात्री जी का श्राप...
करपात्री जी का श्राप...
मनोज कर्ण
स्वप्न-साकार
स्वप्न-साकार
Prabhudayal Raniwal
नव संवत्सर
नव संवत्सर
Manu Vashistha
*बेचारे  वरिष्ठ नागरिक  (हास्य व्यंग्य)*
*बेचारे वरिष्ठ नागरिक (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
पालनहार
पालनहार
Buddha Prakash
जैसे सांसों में ज़िंदगी ही नहीं
जैसे सांसों में ज़िंदगी ही नहीं
Dr fauzia Naseem shad
जीवन !
जीवन !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...