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24 Feb 2023 · 1 min read

इश्क का भी आज़ार होता है।

मुक्तक

इश्क का भी आज़ार होता है।
लाइलाज-ए-बुखार होता है।
चैन बेचैन हो के मिलता है।
दर्द इसमें करार होता है।

…✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
30 Views
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