*आया भैया दूज का, पावन यह त्यौहार (कुंडलिया)*
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आया भैया दूज का, पावन यह त्यौहार (कुंडलिया)
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आया भैया दूज का, पावन यह त्यौहार
नूतन फिर से कर गया, रिश्तों का संसार
रिश्तों का संसार, बहन-भाई का नाता
बचपन वाला साथ, नहीं विस्मृत हो पाता
कहते रवि कविराय, भले बूढ़ी हो काया
भैया दूज विशेष, राग मधु लेकर आया
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451