आदि ब्रह्म है राम
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आदि ब्रह्म है राम
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रचनाकार, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर
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अखिल ब्रह्माण्ड के नायक
आदि ब्रह्म है राम।
कौशल्या के नंदन राम को
हैं बारम्बार प्रणाम।।
आदि ब्रह्म अवतार राम
सकल जगत आधार।
सृष्टि जगत के पालनहार
बिष्णु लिया अवतार।।
पुर्ण ब्रह्म परमात्मा
जग के खेवनहार।
बिप्र धेनु सुर संत हित
लिए मनुज अवतार।।
मनुज रूप में राम ने
किया अनेकों काम।
हर हृदय में बस गयो
सबके दाता राम।।
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