Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2022 · 1 min read

आज अपने ही घर से बेघर हो रहे है।

पेश है पूरी ग़ज़ल…

आज अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
वो मां बाप देखो कितना जार-जार रो रहे हैं।।1।।

चुन चुन कर ख्वाबों से यूं सजाया था।
दीवारों दर तो छूटा ही है रिश्ते भी खो रहे है।।2।।

कत्ल करके हमारा अंजान बन गए है।
गुनाह कर के हाथों के अपने निशां धो रहे है।।3।।

पता ना था यूं हमारी इज़्जत उछालेंगें।
अहसान करके हम पे सबसे बयां कर रहे है।।4।।

मासूम है मोहब्बत ए गम से अंजान है।
नादां दिल देखो ईश्क में कैसे जवां हो रहे है।।5।।

इश्क के सागर में डूबके कोई ना उबरा।
जबसे दिल टूटे है ये नादां आशिक रो रहे है।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

1 Like · 2 Comments · 168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज की प्रस्तुति: भाग 4
आज की प्रस्तुति: भाग 4
Rajeev Dutta
मीठा खाय जग मुआ,
मीठा खाय जग मुआ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हमारे विपक्ष में
हमारे विपक्ष में
*Author प्रणय प्रभात*
अब इस मुकाम पर आकर
अब इस मुकाम पर आकर
shabina. Naaz
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
Ankita Patel
फिर से सतयुग भू पर लाओ
फिर से सतयुग भू पर लाओ
AJAY AMITABH SUMAN
त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता
त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता
Leena Anand
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
Shakil Alam
हां मुझे प्यार हुआ जाता है
हां मुझे प्यार हुआ जाता है
Surinder blackpen
कनि हँसियाै ने सजनी kani hasiyo ne sajni lyrics
कनि हँसियाै ने सजनी kani hasiyo ne sajni lyrics
Music Maithili
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
बैसाखी....
बैसाखी....
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
खुशी के पल
खुशी के पल
RAKESH RAKESH
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्
Utkarsh Dubey “Kokil”
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आदि शक्ति माँ
आदि शक्ति माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*बारिश आती (बाल कविता/ गीतिका)*
*बारिश आती (बाल कविता/ गीतिका)*
Ravi Prakash
करके देखिए
करके देखिए
Seema gupta,Alwar
दुनिया बदल सकते थे जो
दुनिया बदल सकते थे जो
Shekhar Chandra Mitra
2323.पूर्णिका
2323.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे
कुछ बात कुछ ख्वाब रहने दे
डॉ. दीपक मेवाती
रक्त को उबाल दो
रक्त को उबाल दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हाँ मैं किन्नर हूँ…
हाँ मैं किन्नर हूँ…
Anand Kumar
अजब-गजब इन्सान...
अजब-गजब इन्सान...
डॉ.सीमा अग्रवाल
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
सत्य कुमार प्रेमी
छोटी छोटी कढ़ियों से बनी जंजीर
छोटी छोटी कढ़ियों से बनी जंजीर
Dr. Rajiv
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
Tarun Prasad
Loading...